। उत्तर प्रदेश की कमान योगी आदित्यनाथ के हाथों में देने की खबर ने पाकिस्तान में भी हलचल पैदा कर दी है। वहां के एक प्रमुख अखबार डॉन ने अपनी वेबसाइट पर इसको प्रमुखता दी है। अपनी खबर में डॉन ने योगी को 'कट्टरपंथी हिंदू' और 'मुस्लिम विरोधी' करार दिया है। अखबार ने लिखा है कि 'हिंदू कट्टरपंथी' को भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य का मुख्यमंत्री चुना गया है।
अखबार ने लिखा कि योगी आदित्यनाथ अपने कट्टर हिंदू विचारों और मुस्लिम विरोधी बयानों के लिए जाने जाते हैं। योगी अपने समर्थकों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ तीखे बयानों के लिए लोकप्रिय हैं। अखबार ने यूपी के चुनाव प्रचार के दौरान योगी द्वारा हिंदुओं के साथ अन्याय का मुद्दा उठाया। वह धर्म परिवर्तन, घर वापसी जैसे विवादित मुद्दों के लिए जाने जाते हैं।
वहीं पाकिस्तान के एक अन्य अखबार 'द न्यूज' ने लिखा है कि मुस्लिम विरोधी कट्टरपंथी को यूपी का सीएम बनाया गया। इसमें लिखा है कि योगी मुसलमानों के खिलाफ अपने तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं। कहा कि योगी पर धर्मांतरण कराने का भी आरोप है। वहीं योगी पर हत्या के प्रयास जैसे कई मुकदमें दर्ज हैं। अखबार ने लिखा है कि जाति और धर्म में बंटे यूपी में योगी को सीएम बनाने के फैसले से कई लोग सकते में हैं।
जबकि पीएम मोदी ने विकास के एजेंडे को बढ़ाने की बात की थी। इसमें कहा गया है कि योगी आदित्यनाथ भारत में आतंकवाद के खात्मे के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुस्लिमों के भारत में प्रवेश पर रोक लगाने का समर्थन करते हैं। पाकिस्तान के अखबार 'द नेशन' ने लिखा कि मोदी ने भारत के सबसे बड़े आबादी वाले राज्य में शासन के लिए एक हिंदू कट्टरपंथी को चुना है।
द नेशन ने कहा कि योगी पर भारतीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप है। जबकि लाहौर से निकलने वाले 'डेली टाइम्स' और कराची से छपने वाले द 'दी एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की हेडलाइन भी 'द नेशन' जैसी ही है, "यूपी की अगुवाई के लिए मोदी की पसंद मुस्लिम विरोधी नेता बताया है।
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