गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद गोरखपुर स्थित मंदिर में उनके आगमन की बेसब्री से प्रतीक्षा हो रही है। यूं तो अभी तक योगी की ओर से गोरखनाथ मंदिर में कर्मचारियों को कोई निर्देश नहीं मिला है लेकिन इस बात को लेर तैयारी हो रही है कि वह लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास में कौन-कौन सी चीजें गोरखपुर से ले जाना चाहेंगे। उनकी प्रिय बिल्ली और कुत्ता कालू संभव है कि उनके साथ लखनऊ के सरकारी आवास में भी रहे।
दरअसल योगी बाहरी दुनिया में भले ही सख्त मिजाज वाले माने जाते हों, लेकिन उनका निजी जीवन उतना ही आम है, जितना कि किसी आम आदमी का। योगी आदित्यनाथ को पशु-पक्षियों से बेहद लगाव है। गोरखनाथ मंदिर में एक बिल्ली है, जो योगी के साथ ही भोजन करती है। मंदिर के लोग बताते हैं कि योगी आदित्यनाथ जब भी गोरखपुर में रहते हैं तो वह बिल्ली खाने के वक्त उनका इंतजार करती रहती है। इस बिल्ली को खीर पसंद है, इसलिए रोजाना खाने के वक्त इसका इंतजाम किया जाता है।
यही नहीं लेब्राडोर नस्ल का कुत्ता कालू पूरे आश्रम का रखवाला कहा जाता है। यह कालू योगी को बहुत पसंद है। आश्रम में भीड़ कितनी भी हो, एक आवाज पर कालू उनके पास पहुंचता है। ऐसे में माना जा रहा है कि कालू भी उनके साथ लखनऊ के कालिदास स्थित आवास में जाए।
सादा है योगी का भोजन
नये मुख्यमंत्री की रुचि-अरुचि की बात करें तो कई चौंकाने वाली बातें जानने को मिलेंगी। योगी आदित्यनाथ का खाना भी बिलकुल किसी दूसरे साधारण आदमी की तरह है, लेकिन कुछ चीजें हैं जिन्हें वह रोजाना अपने खाने में शामिल करते हैं। उनके नाश्ते की बात की जाए तो वह दलिया और फल पसंद करते हैं। पपीता, उबले चने, मूंग नाश्ते का मुख्य हिस्सा होता है। इसके साथ ही वह रोज सुबह एक गिलास दूध भी पीते हैं। योगी से जुड़े लोगों का कहना है कि भरपूर नाश्ता करने के बाद वह जनता से रूबरू होने के लिए निकल जाते हैं।
उनका पूरा दिन क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुनने और निपटाने में निकल जाता है. जिस वजह से अक्सर वह दोपहर का भोजन नहीं कर पाते हैं। हां, अगर दोपहर में कुछ खाना हो तो खिचड़ी जरूर खा लेते हैं। वहीं रात के भोजन में योगी आदित्यनाथ चार रोटी, एक कटोरी दाल, खीर और मौसमी सब्जियां खाते हैं। सोने से पहले एक गिलास दूध पीना पसंद करते हैं।
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