फाइल फोटो।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है. उनके सीएम बनते ही प्रशासन हरकत में आ गया और रविवार को इलाहाबाद में दो बूचड़खानों को सील कर दिया.
यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने की वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक, बोले- कानून व्यवस्था सरकार की पहली प्राथमिकता
प्रशासन ने सील किए दो बूचड़खाने
रविवार रात करेली पुलिस पुलिस की मौजूदगी में अटाला और नैनी के चकदोंदी मोहल्ले में मानक के विपरीत चल रहे स्लाटर हाउस को ताला लगाकर बंद करने के बाद सील कर दिया. शहर में अटाला के साथ रामबाग और नैनी के बूचड़खानों को बंद करने का आदेश एनजीटी पहले ही दे चुका है.
आदित्यनाथ को उचित अवसर दिए बिना उनकी आलोचना करना अनुचित: नायडू
250 से ज्यादा अवैध बूचड़खाने
शहर में करेली स्थित अटाला और कीडगंज के रामबाग में दो तथा नैनी के चकदोंदी मोहल्ले में बूचड़खाने हैं. मई 2016 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. प्रदेश में 250 से ज्यादा अवैध बूचड़खाने चिन्हित किए गए हैं जिन्हें नगर निगम और संबंधित विभाग के अफसर कागज पर बंद बता रहे हैं. वास्तविकता यह है कि इन बूचड़खानों में रोज सैकड़ों जानवर काटे जाते हैं.
बीजेपी ने अवैध बूचड़खानों को बंद कराने का ऐलान किया था
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने अवैध रूप से मानक के विपरीत चल रहे बूचड़खानों को सरकार बनते ही बंद कराने की घोषणा की थी. शपथ लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बूचड़खानों को बंद कराने की घोषणा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता जताई. इसके तुरंत बाद नगर निगम प्रशासन रविवार होने के बावजूद हरकत में आ गया और दो बूचड़खानों को सील कर दिया.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है. उनके सीएम बनते ही प्रशासन हरकत में आ गया और रविवार को इलाहाबाद में दो बूचड़खानों को सील कर दिया.
यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने की वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक, बोले- कानून व्यवस्था सरकार की पहली प्राथमिकता
प्रशासन ने सील किए दो बूचड़खाने
रविवार रात करेली पुलिस पुलिस की मौजूदगी में अटाला और नैनी के चकदोंदी मोहल्ले में मानक के विपरीत चल रहे स्लाटर हाउस को ताला लगाकर बंद करने के बाद सील कर दिया. शहर में अटाला के साथ रामबाग और नैनी के बूचड़खानों को बंद करने का आदेश एनजीटी पहले ही दे चुका है.
आदित्यनाथ को उचित अवसर दिए बिना उनकी आलोचना करना अनुचित: नायडू
250 से ज्यादा अवैध बूचड़खाने
शहर में करेली स्थित अटाला और कीडगंज के रामबाग में दो तथा नैनी के चकदोंदी मोहल्ले में बूचड़खाने हैं. मई 2016 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. प्रदेश में 250 से ज्यादा अवैध बूचड़खाने चिन्हित किए गए हैं जिन्हें नगर निगम और संबंधित विभाग के अफसर कागज पर बंद बता रहे हैं. वास्तविकता यह है कि इन बूचड़खानों में रोज सैकड़ों जानवर काटे जाते हैं.
बीजेपी ने अवैध बूचड़खानों को बंद कराने का ऐलान किया था
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने अवैध रूप से मानक के विपरीत चल रहे बूचड़खानों को सरकार बनते ही बंद कराने की घोषणा की थी. शपथ लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बूचड़खानों को बंद कराने की घोषणा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता जताई. इसके तुरंत बाद नगर निगम प्रशासन रविवार होने के बावजूद हरकत में आ गया और दो बूचड़खानों को सील कर दिया.
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